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मुंबई स्वस्थ भारत अभियान का प्रेरक स्थल

सूरत से चलकर मुंबई पहुंचे स्वस्थ भारत यात्रा के यात्रियों का मुंबईकर महिलाओं ने हर्षोल्लास के साथ कुंकुम और पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। स्वस्थ भारत यात्रा के प्रमुख आशुतोष कुमार सिंह ने मुंबई को स्वस्थ भारत अभियान का प्रेरक स्थल बताते हुए कहा कि आज पूरे देश में स्वास्थ्य को लेकर मेरे व मेरे सहयोगियों, समर्थकों द्वारा छेड़े गए अभियान का प्रेरणा स्थल मुंबई ही है। श्री सिंह ने सात साल पहले अपने मुंबई प्रवास के दिनों को याद करते हुए कहा कि मुझे एक गर्भवती महिला के इलाज के दौरान हुई महंगी दवाइयों के नाम पर लूट ने बहुत व्यथित किया। इस व्यथा ने ही महंगी दवाइयों के खिलाफ आंदोलन को जन्म दिया। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह आंदोलन जब शुरू हुआ तो इस आंदोलन का सूत्रधार गर्भ में था लेकिन आज वह करीब 7 साल का हो चुका है। 7 वर्षीय सिद्दिद यादव आज अपने फिटनेस को लेकर जितना संजीदा है वह इस अभियान के लिए प्रेरक है। यात्री दल के सभी सदस्य सिद्दिद से मिलकर आए हैं।
उसके बाद से हम लगातार स्वास्थ्य पर केंद्रित कार्यक्रमों के संचालन में जुटे हुए हैं। मुंबई से मिली प्रेरणा के कारण हम 2017 मे पहली बार स्वस्थ भारत यात्रा पर निकले और देश के सभी राज्यों की डेढ लाख से भी अधिक बालिकाओं तक अपनी बात पहुंचाने में सफल हुए। इसी कड़ी में इस बार हम महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष में अंतिम जन पर दवा और इलाज के मद में बढ़ते आर्थिक बोझ को देखते हुए फिर से स्वस्थ भारत-2 पर निकलने को विवश हुए हैं। गांधी का संदेश है कि सबसे पहले अंतिम जन के लिए कार्य किया जाए। इसलिए हम चार दिन पहले अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम से उनकी पुण्य तिथि पर जेनरिक दवाइयों के प्रति जन-जन को जागरूक करने के लिए देश भर की यात्रा पर फिर से निकले हैं।
श्री सिंह ने सभा में भारी संख्या में उपस्थित महिलाओं से कहा कि परिवार के स्वास्थ्य को बनाए रखने में महिलाओं का योगदान महत्वपूर्ण है। क्योंकि खान-पान, साफ-सफाई और परिवार के दवा-दारू तक की जिम्मेदारी महिलाएं ही निभाती आई हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के योगदान के बिना स्वस्थ भारत का मकसद पूर्ण नहीं हो सकता।
इस मौके पर गांधीवादी चिंतक और यात्रा के सहसंयोजक प्रसून लतांत ने कहा कि आज का दौर दवाओं का दौर है क्योंकि बढ़ते प्रदूषण और बदलती जीवन-शैली ने लोगों को दवाइयां खाने के लिए मजबूर कर दिया है। आज दवा भी नमक की तरह एक जरूरत बन गई है। कल गांधी ने नमक को लेकर आंदोलन इसलिए किया था कि नमक की जरूरत गरीब-अमीर सभी को पड़ती है और आज दवा भी अमीर से गरीब तक जरूरत बन गई है। समाज के अंतिम जन दवा और इलाज के नाम पर लूटे जा रहे हैं। इसलिए उन्हें जेनरिक दवाइयों के प्रति जागरूक करना जरूरी है ताकि दवाओं के नाम पर करोड़ों रुपये बर्बाद न हो और बचे हुए पैसों का उपयोग अंतिम जन, बच्चों की शिक्षा और उनकी देखभाल पर हो सके।
बता दे कि माघी गणेश चतुर्थी के अवसर पर मालाड पूर्व के शिवधाम कॉम्प्लेक्स स्थित श्री गणेश मंदिर में हल्दी कुंकुम का आयोजन किया गया था। शोभा काले महिला शखा संघटक द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में श्रीमती सायली ताई मुख्य अतिथि थीं। इस कार्यक्रम में मुंबई की जानी-मानी लेखिका एवं समाजकर्मी व स्वस्थ भारत अभियान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अल्का अग्रवाल सिगतिया ने स्वस्थ भारत के कार्यों के बारे में उपस्थित महिलाओं को अवगत कराया। यात्री दल ने जेनरिक दवाइयों का किट देकर स्थानीय महिलाओं को इसके बारे में जागरूक किया। इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी सुभाष धानुका, वरिष्ठ पत्रकार अशोक प्रियदर्शी, डॉ सोम शेखर, प्रियंका सिंह, विनोद रोहिल्ला, पवन कुमार, विवेक शर्मा, शंभू कुमार सहित सैकड़ों महिलाएं उपस्थित रहीं।
गौरतलब है कि विगत 7 वर्षों से स्वास्थ्य एडवोकेसी के क्षेत्र मंव काम कर रहे है स्वस्थ भारत (न्यास) ने महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती वर्ष में उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने की अनूठी पहल की है। संस्था ने गांधी को याद करते हुए स्वस्थ भारत अभियान के अंतर्गत स्वस्थ भारत के तीन आयामः जनऔषधि पोषण और आयुष्मान विषय पर देश की आम जनता को जागरूक करने का मैराथन संकल्प लिया है।
‘कंट्रोल मेडिसिन मैक्सिमम् रिटेल प्राइस’, ‘जेनरिक लाइए पैसा बचाइए’, ‘नो योर मेडिसिन’, तुलसी लगाइए रोग भगाइए’, ‘नो योर डॉक्टर नो योर फार्मासिस्ट’ एवं ‘स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज’ सहित दर्जनों जागरुकता अभियानों के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सचेत एवं जागरूक करने का न्यास ने प्रयास किया है।
संस्था ने ‘स्वस्थ बालिका स्वस्थ समाज’ विषय को लेकर 2017 में देशव्यापी स्वस्थ भारत यात्रा की। इस दौरान लाखों बालिकाओं से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष संवाद स्थापित कर बालिका स्वास्थ्य के मसले को एक दिशा एवं गति देने का काम किया है। इसी कड़ी में एक बार फिर से संस्था स्वस्थ भारत यात्रा-2 लेकर निकली है। इस यात्रा का ध्येय वाक्य है- ‘स्वस्थ भारत के तीन आयाम जनऔषधि, पोषण और आयुष्मान’।
यात्रा के सहयोगी
स्वस्थ भारत यात्रा के राष्ट्रीय संयोजक अनिल सौमित्र ने बताया कि इस यात्रा में तमाम सरकारी व गैर-सरकारी संस्थाओं का सहयोग एवं समर्थन मिल रहा है। ‘प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना’, ब्रेन बिहैवियर रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया, मेवाड़ विश्वविद्यालय, कस्तूरबा हेल्थ सोसाइटी, स्पंदन, हीलिंग सबलाइम फाउंडेशन, सोशल रिफॉम्र्सफ एवं रिसर्च ऑर्गनाइजेशन, सर्च फाउंडेशन, हिन्दुस्थान समाचार समूह सहित तमाम जनसरोकारी गैर-सरकारी संस्थाओं, साइनोकेम फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड, क्योरटेक स्कीनकेयर, मस्कट हेल्थ सीरीज प्रा. लिमिटेड, और सनकेयर फार्मास्यूटिकल्स प्रा.लिमिटेड जैसी गुणवत्तायुक्त जेनरिक दवा बनाने वाली फार्मा कंपनियों के साथ-साथ देश के कई शिक्षण संस्थानों का सहयोग एवं समर्थन प्राप्त हो रहा है।
इस यात्रा में वरिष्ठ पत्रकार एवं इंदिरा गांधी कला केन्द्र के अध्यक्ष रामबहादुर राय, वरिष्ठ शिक्षाविद एवं पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की पदयात्रा के संयोजक रहे एचएन शर्मा, मेवाड़ विश्वविद्यालय के चेयरमैन अशोक गदिया, देश-दुनिया के जाने-माने हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुराग अग्रवाल, वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉ. मनीष कुमार, वरिष्ठ ब्रेन एनालिस्ट डॉ. आलोक मिश्रा, वरिष्ठ पत्रकार अरविंद कुमार सिंह, उमेश चतुर्वेदी, ओमप्रकाश अश्क, ओमप्रकाश तिवारी सहित सैकड़ों पत्रकार मित्रों का सहयोग प्राप्त हो रहा है। इसके साथ ही लाइफ एवं वेलनेस कोच डॉ. अभिलाषा द्विवेदी, वरिष्ठ स्तंभकार शशांक द्विवेदी एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. ममता ठाकुर का विशेष मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त हो रहा है। स्वस्थ भारत के संरक्षक मंडल एवं मार्गदर्शक मंडल के वैचारिक सहयोग ने इस यात्रा को परिकल्पित करने में विशेष मदद की है।

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Ashutosh Kumar Singh

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