स्वस्थ भारत मीडिया
समाचार / News

AIOCD को लगा झटका, फार्मासिस्ट उतरे बंद के विरोध में

नई दिल्ली/
देश के स्वास्थ्य को ठेंगा दिखाते हुए आगामी 14 अक्टूबर को केमिस्ट एसोसिएशन ने दवा दुकानों को बंद करने का आह्वान किया है। वहीं दूसरी तरफ फार्मासिस्ट एसोसिएशनों ने इस बंद को जनविरोधी बताते हुए बंद में शामिल नहीं होने का आह्वान किया है। ऑल इंडिया ऑर्गानाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट ऑनलाइन फार्मेसी के विरोध में दवा की दुकानों को बंद करने का फैसला किया है। इस बावत

दवा दुकानों को बंद करना, आम लोगों को मौत के मुंह में ढकेलने के समान है
दवा दुकानों को बंद करना, आम लोगों को मौत के मुंह में ढकेलने के समान है

केमिस्ट एसोसिएशन 12 अक्टूबर को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करने जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि केमिस्ट एसोसिएशन 12 अक्टूबर को ही स्वास्थ्य मंत्री से भी मिल सकता है।
फार्मासिस्ट की अनिवार्यता को खत्म करने की मांग
फार्मासिस्ट संगठनों ने केमिस्ट एसोसिएशन पर आरोप लगाया है कि केमिस्ट एसोसिएशन दवा दुकानों से फार्मासिस्ट की अनिवार्यता को खत्म कराना चाह रही है। इस  बावत फार्मा एक्टिविस्ट विनय कुमार भारती ने कहा कि केमिस्ट एसोसिएशन ऑनलाइन फार्मेसी की आड़़ में फार्मासिस्टों की महत्ता को कमतर करना चाहती है, जिसे देश के फार्मासिस्ट कभी होने नहीं देंगे। देश भर के फार्मासिस्ट एसोसिएशन जोर-शोर से इस बंद को विफल बनाने में जुट गए हैं।
केमिस्ट एसोसिएशनों में आपसी फूट
14 तारीख बंद बुलाए जाने को लेकर केमिस्ट एसोसिएशन आपस में एकमत नहीं है। इस बीच यूपी के जौनपुर, रामपुर सहित कई जीलों से खबर आ रही हैं कि केमिस्ट एसोसिएशन की जिला इकाई इस बंद के पक्ष  में नहीं हैं।
एनपीेपीए ने किया हस्तक्षेप
nppa letterनेशनल फार्मासिट्यूकल्स प्राइसिंग ऑथोरिटी ने इस बंद को अवैध घोषित करते हुए केमिस्ट एसोसिएशन को हिदायत दी है कि दवाओं की आपूर्ति को बाधित  करना गैरकानूनी है। एनपीपीए ने कहा है कि किसी भी सूरत में दवाइयों की उपलब्धता को बाधित नहीं होने दिया जायेगा। 6 अक्टूबर को लिखे अपने पत्र में एनपीपीए के उप निदेशक आनंद प्रकाश ने लिखा है कि जरूरी वस्तु अधिनियम के तहत दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित कराना दवा से जुड़े लोगों की जिम्मेदारी है।
बंद को विफल बनाने के लिए एकजुट हुए फार्मासिस्ट
देश के सभी राज्यों के फार्मासिस्ट इस बंद से निपटने के लिए कमर कस ली है।  फार्मासिस्ट फाउंडेशन, यूपी, बेरोजगार फार्मासिस्ट उत्थान समिति, गोरखपुर,  सिंहभूम फार्मासिस्ट एसोसिएशन, झारखंड, बिहार स्टेट फार्मासिस्ट एसोसिएशन, फामासिस्ट जागृति संस्थान राजस्थान , प्रांतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन, मध्यप्रदेश, गुजरात फार्मासिस्ट एसोसिएशन, तमिलनाडु फार्मासिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन यूनियन ऑफ रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट व महाराष्ट्र रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट एसोसिएशन, महाराष्ट्र , असम रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट एसोसिएशन,  व इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन सहित तमाम फार्मासिस्ट एसोसिएशन जनहित में एक मंच पर आ गए हैं।
स्वस्थ भारत अभियान ने बंद को जनविरोधी बताया
स्वस्थ भारत अभियान ने दवा दुकानदारों द्वारा आहुत 14 अक्टूबर देश व्यापी बंद की निंदा की है। अभियान के संयोजक आशुतोष कुमार सिंह ने कहा कि जब देश में बीमारियों की फौज खड़ी हो वैसे में दवाइयों की आपूर्ति बाधित करना देश के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा है, जिसे किसी भी सूरत में जायज़ नहीं  ठहराया जा सकता।
 
 

Related posts

डिजिटल डेटा सुरक्षा विधेयक के मसौदे पर सरकार ने मांगी राय

admin

देश भर में एक घंटे का स्वच्छता अभियान चला

admin

देवघर एम्स : नये भारत का नया हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर

admin

1 comment

santosh agarwal October 12, 2015 at 1:46 pm

Chemist association’s ki strike completely janvirodhi or pharmacist virodhi h hm iska virodh karte h

Reply

Leave a Comment