बिलासपुर में फार्मासिस्टों की पोल खोल अभियान को रोकने के लिए विरोधी हुए गोलबंद
स्वस्थ भारत अभियान ने की न्यायिक जांच की मांग
बिलासपुर के फार्मासिस्टों का पोल खोल अभियान को रोकने के लिए औषधि प्रसाशन और ड्रग माफिया एकजूट हो गए है | आज जब पोल खोल की टीम मीडिया रिपोर्ट और सबूतों के साथ ड्रग इंस्पेक्टर के ऑफिस पहुंची और कारवाही करने को कहा। पोल खोल अभियान की टीम देखकर ड्रग इंस्पेक्टर प्रीतम ओन्ग्रे और राजू खत्री मामले को भांप कर उन्हें आधे घण्टे के बाद आने को कहा। अभियान का नेतृत्व कर रहे फार्मा एक्टिविस्ट अभिषेक सिंह ने बताया की केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल ने उन्हें फ़ोन कर ड्रग इंस्पेक्टर ऑफिस बुलाया ! जब फार्मासिस्टों की टीम ड्रग ऑफिस पहुंची वहां केमिस्ट एसोसिएशन के नेताओं का जमावड़ा पहले से ही लगा हुवा था। केमिस्ट संगठन के प्रमुख सुभाष अग्रवाल ने पहले पैसे लेकर मामले को रफा दफा करने की कोशिश की! फिर बात नहीं बनते देख ड्रग इस्पेक्टर के ऑफिस में ही सरे आम जान से मारने की धमकी दी!
क्या है पूरा मामला?
कुछ दिनों से ही बिलासपुर के फार्मासिस्टों ने पोल खोल अभियान शुरू किया है। जिसके तहत ऐसी दवा की दुकानें जो गैर क़ानूनी रूप से या फिर बगैर फार्मासिस्ट के महज़ सर्टिफिकेट पर चलाई जा रही है, उन्हें सोशल मीडिया पर लगातार बेनक़ाब कर रहे है। इस अभियान में वैसे भी प्राइवेट अस्पताल है जहाँ धड़ल्ले से बगैर किसी लाइसेंस गैर क़ानूनी रुप से दवा बेची जा रही है !
क्या कहता है कानून ?
ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 और फार्मेसी एक्ट 1948 की धारा 42 के तहत केवल रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट ही दवा वितरण कर सकता है !
आगे क्या?
पोल खोल अभियान के मीडिया प्रभारी वैभव शास्त्री ने स्वस्थ भारत अभियान को बताया की वे इन ड्रग माफियाओं से डरने वाले नहीं है। ड्रग इंस्पेक्टर प्रीतम ओन्ग्रे और राजू खत्री समेत मौके पर मौजूद सभी ड्रग माफियाओं के खिलाफ एफ0आई0आर0 की जायेगी ।
न्यायिक जाँच की मांग
स्वस्थ भारत अभियान के संयोजक आशुतोष कुमार सिंह ने इस घटना की निंदा करते हुए सरकार से न्यायिक जांच की मांग की है। आशुतोष ने कहा कि एक तरफ तो सरकार कौशल विकास की बात कह रही है वहीं दूसरी तरफ ट्रेंड फार्मासिस्टों से दवा वितरण कराने की बजाए ड्रग माफियाओं को बढावा दे रही है। स्वस्थ भारत अभियान बिलासपुर के डीआई को तुरंत निलंबित करने की मांग करता हैं।
खबर अपडेट किया जाने तक बिलासपुर सिविल लाइन थाने प्राथमिकी दर्ज़ किये जाने की तैयारी चल रही थी |
2 comments
हम फार्मासिस्टो के साथ है। ड्रग माफिया की इन गीदङ भभकियों से “पोल खोल” अभियान पर कोई असर नहीं पङेगा, बल्कि और राज्यों के फार्मासिस्ट भी इस अभियान के समर्थन में आ चुके हैं।
सुरेंद्र चौधरी
“अभिनव फार्मेसी अभियान” के लिए
In anpad logo ko system se bahr utha kar phek dege……