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स्वस्थ भारत अभियान की टीम बिलासपुर पहुंची, मरीजों का हाल जाना

Ashutosh Kumar Singh For SBA
रायपुर/बिलासपुर
बिलासपुर में नसबंदी में लापरवाही ने अबतक 14 महिलाओं की जान ले

स्वस्थ भारत अभियान की टीम बिलासपुर में
स्वस्थ भारत अभियान की टीम बिलासपुर में

चुकी है। दर्जनों का ईलाज चल रहा है। स्वस्थ भारत अभियान की टीम बिलासपुर आज पुहंची हैं। झारखंडी फार्मासिस्ट एसोसिएशन के विनय कुमार भारती की अगुवाई में हमारी टीम वहां की स्थिति का जायजा ले रही है। शुरुआती रूप से यह कहा जा रहा है कि गलत दवा दिए जाने के कारण इस तरह का हादसा हुआ। यह भी बताया जा रहा है कि दवा देने वाला अनट्रेंड था। इस बीच बिलासपुर में विदेशी मीडिया का जमावड़ा भी बढ़ता जा रहा है। धीरे-धीरे यह मामला राष्ट्र की सीमा को पार कर चुका है। छत्तीसगढ़ में इसके पूर्व भी मोतियाबिंद के ऑपरेशन के समय अनिमियतता बरती गयी थी। इस प्रकरण पर सोशल मीडिया में बहुत चर्चा हो रही है। दोषियों को जहां एक ओर स्वस्थ भारत अभियान सजा-ए-मौत  की मांग कर रहा है, वहीं बहुत से लोगों का कहना है कि  दोषी डॉक्टर को  उम्रकैद तो मिलनी ही चाहिए।
फेसबुक पर किसने क्या कहा… 
Dr. Sushil Nigam जी के इस पोस्ट को जरूर पढिए…बिलासपुर कांड की सच्चाई समझ में आयेगी…
”आदरणीय DrSatya Vir Tyagi ने मुझसे बिलासपुर नसबंदी हादसे पर विचार मांगे है। में ने भी सरकारी नौकरी के दौरान लगभग ८००० नसबंदी ऑपरेशन करे है और इन कैंप के जमीनी हकीकत जनता हु। चार डॉक्टर्स को ससपेंड कर दिया गया है और स्वास्थ मंत्री से इस्तीफ़ा माँगा जा रहा है। मगर क्या सही दोषी को इससे दंड मिलेगा। इस सब में तीन लोगो का रोल आता है। ब्यूरोक्रेट टेक्नोक्रेट और पॉलिटिशियन। पॉलिटिशियन ने नसबंदी करने का निर्णय लिया कोई गलत नहीं है पापुलेशन कंट्रोल होनी चाहिये। टेक्नोक्रेट यानि डॉक्टर्स का काम है ऑपरेशन करना मगर बीच में रोल आता है ब्यूरोक्रेट्स का सरकार की पालिसी को सही ढंग से लागू करना। उन्हें हर हालत में टारगेट पूरा चाहिए उसके लिए डॉक्टर्स को छोटी छोटी जगह कैंप करने को बाध्य करा जाता है। बिलासपुर कांड में ये तो स्पष्ट है की मौत किसी घातक इन्फेक्शन के कारण हुई है। जिस जगह ऑपरेशन करने के लिए कैंप लगाया गया है क्या वहा स्टर्लीज़ेशन सही था , था भी की नहीं। मुझे भी ऐसे ऐसे छोटी जगह ऑपरेशन करने के लिए बाध्य किया गया था जहा पहुचना ही मुश्किल था एक स्कूल के कमरे को साफ करके ओ टी बनवा दियाजाता था, मना करने पर डी एच ओ धमकी देते थे अगर कैंप नहीं हुआ तो कलेक्टर साब तुम्हे ससपेंड कर देंगे। एक जगह तो स्प्रिट नहीं होने पर मुझे डी एच ओ साब ने देसी दारू से इंस्ट्रूमेंट्स स्टरलइज करने की सलाह दे डाली थी। इस प्रकरण में ये भी देखना चाहिए उस जगह पर कैंप रखवाया किसने असली सजा उसको मिलनी चाहिए। अब समय आ गया है डॉक्टर्स को भी दबाव में न आकर इन कैम्प्स में ऑपरेशन करने से मना करदेना चाहिए। समझाना चाहिए की अस्पताल को गाव गाव न पंहुचा कर गाव वालो को अस्पताल तक लाने की व्यवस्था करना चाहिए। और ये टारगेट सिस्टम बंद करना चाहिए। अभी तो इस प्रकार के हादसों का इंतजार एम पी में भी कीजिये अस्पतालों में अनेस्थेटिक्स नहीं है और हमारे यहाँ के सचिव महोदय ने प्रति सप्ताह ४ मेजर और ८ माइनर ऑपरेशन का टारगेट दे रखा है नहीं पूरा करने वालो को ट्रांसफर और इन्क्रीमेंट रोक कर प्रताड़ित करा जा रहा है। यदि यु ही चलता रहा तो ऐसे हादसे होते रहेंगे। ”
Ashish Mishra
”डॉक्टरो के खिलाफ न कोई लिख पाया है न लिख सकेगा।जिनके खिलाफ लिखा जा रहा है वे डॉक्टर के भेष में डकैत हैं..”
अनीता गौतम
”छत्तीसगढ़ सरकार, इस बवाल के बाद तो मुझे नही लगता कि अब मोतियाबिंद या “नसबंदी कराओ, मुफ्त मे जान गवाओ” केम्प के तंबू गाढ़ेगी॥ सीधा और सरल उपाय या कहु फोकट का आइडिया है, रमन सिंह जी और मिस्टर स्वास्थ्य मंत्री जी के लिए.. आप 6 महीने मे एक बार आंखो के लिए मुफ्त मे घटिया चश्मा और जनसंख्या रोकने के लिए (C&D) मतलब घटिया कंडोम या माला-डी का ही वितरण कर दिया करीय, फिर देखना हुड-हुड की तरहा लोग जल्दी-जल्दी नही मरेंगे…
खैर, आप लोग तो बढ़े लोग है, सब कुछ इंपोर्टेट ही इस्तेमाल करते होंगे…”
”समय था डॉक्टर को भगवान माना जाता था, अब डॉक्टर विवादों के लिए गुंडे पालते हैं और मरीजों की वृद्धि के लिए दलाल रखते हैं” — डॉ० बी. एन. झा (वरिष्ठ चिकित्सक, लेखक)
आशुतोष कुमार सिंह
छत्तीसगढ़ में ड्रग टेंस्टिंग लैब नहीं है, कोलकाता के सेंट्रल लैब से काम चल रहा है, एफडीए नामक सरकारी विभाग यहां भी है…लेकिन टेस्टिंग कोलकाता में…तब तक आपकी जान जाए या बचे आपकी बला से….
स्वस्थ भारत अभियान

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1 comment

देवेन्द्र शर्मा श्रीमाधोपुर November 12, 2014 at 5:52 pm

भाईसाहब..यदि अयोग्य व्यक्ति द्वारा गलत दवा दिए जाने से यह हादसा हुआ हैं तो बहुत गलत हैं…दोषियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करना चाहिए और वैसे भी वहाँ स्वस्थ भारत अभियान की ओर से विनय भाई मौजूद हैं तो फार्मेसी और ड्रग & कॉस्मेटिक्स एक्ट का उल्लंघन तो नाकाबिले बर्दाश्त हैं…!!!
एक भी दोषी बचना नहीं चाहिए…?

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