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Alert : 30 तरह के पैथोजन बन सकते हैं अगली महामारी का कारण

कुणाल मिश्र

नयी दिल्ली। दुनियाभर में अभी तक कोरोना महामारी का खतरा टला नहीं है कि ऐसे में आए दिन नए-नए वायरस और बीमारियों की पहचान की जा रही है। देश में कुछ समय से जीका और निपाह वायरस का खतरा बढ़ा है। वहीं, इस साल दुनियाभर के 40 से भी ज्यादा एथलीट्स कोरोना संक्रमण के शिकार हुए हैं। हाल ही में WHO ने एक लिस्ट जारी की है, जिसमें कुल 30 से भी ज्यादा पैथोजन को शामिल किया है। रिपोर्ट के मुताबिक पैथोजन आगे चलकर अगली महामारी का खतरा भी बन सकते हैं।

जानिए पैथोजन को

पैथोजन एक प्रकार का ऑर्गैनिज्म है, जो बीमारियों का कारण बनता है। इसे आसान भाषा में बीमारियो का एक समूह भी कहा जा सकता है। शरीर में लगने वाले फंगी, वायरस और बैक्टीरिया भी पैथोजन का ही एक प्रकार हैं। पैथोजन आमतौर पर किसी भी जीव, जंतु को प्रभावित कर सकता है। बैक्टीरिया तक कई बार पैथोजन का शिकार बन सकता है। पैथोजन के संपर्क में आने से कई बार संक्रामक बीमारियां हो सकती हैं, जिससे इम्यून सिस्टम पर भी असर पड़ सकता है।

कुछ सामान्य तो कुछ गंभीर पैथोजन

WHO द्वारा 30 से भी ज्यादा पैथोजन की सूची जारी की गई है। रिसर्च और डेवलपमेंट डिपार्टमेंट की मदद से इन सभी पैथोजन को अलग-अलग कैटेगरी में बांटा गया है। कुछ को ज्यादा गंभीर तो कुछ को मध्य श्रेणी में रखा गया है। वहीं, कुछ पैथोजन ऐसे भी हैं, जिन्हें सामान्य श्रेणी में रखा गया है। उसने यह शंका जताई है कि आगे चलकर यह पैथोजन अगली महामारी का कारण भी बन सकते हैं। इसलिए लोगों को इससे सचेत रहने की जरूरत है।

बैक्टीरिया और फंगी से बचने के तरीके

कई बार पैथोजन बैक्टीरिया और फंगी को भी प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए इससे बचने के लिए आपको बैक्टीरिया और फंगी के संपर्क में आने से भी बचना है। इसके लिए आप हाथों को साबुन से अच्छे से धोएं। इससे इंफेक्शन और जर्म्स नहीं लगेंगे। इसके लिए खांसते और छींकते समय हाथों को मुंह पर रखना चाहिए।

(साभार)

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