देहरादून (स्वस्थ भारत मीडिया)। उत्तराखंड की धामी सरकार ने आयुष नीति की घोषणा कर दी है। इसके तहत आचार्य चरख की जन्मस्थली चरेखडाडा को आयुष आधारित अनुसंधान केन्द्र के रूप में विकसित किया जायेगा। कैबिनेट की बैठक में आयुष को लेकर सरकार ने कई अहम फैसले लिए हैं।
कैबिनेट के अहम फैसले
फैसले के अनुसार उत्तराखण्ड को आयुष व वेलनेस सेक्टर में विश्वस्तरीय केंद्र के रूप में विकसित करने के साथ प्रमाणिक चिकित्सा पद्धतियों का ब्रांड बनाया जायेगा। इसके अलावा औषधीय वनस्पति उत्पादन के लिए कृषक प्रोत्साहन योजना चलायी जायेगी। आयुष संबंधी उद्योगों के लिए भूमि चिन्हित की जायेगी। Wellness रिसॉर्ट की संख्या में वृद्धि होगी। गुणवत्तायुक्त आयुष चिकित्सा सेवा के लिए समस्त चिकित्सालयों को NABH मानक अनिवार्य कर दिया गया है। आयुष चिकित्सा, वेलनेस और योग केंद्र हेतु स्टार रेटिंग दी जायेगी। आयुष शिक्षा में उच्च मानक के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षण व्यवस्था बनायी जायेगी।