पारंपरिक चिकित्सा पर ग्लोबल शिखर सम्मेलन के अलावा कई और कार्यक्रम होंगे
नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। जी 20 स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक 17 से 19 अगस्त के दौरान गांधीनगर में होगी। बैठक का ध्यान मुख्य रूप से जी 20 हेल्थ ट्रैक की तीन प्रमुख प्राथमिकताओं पर होगा, जिसमें एंटी-माइक्रोबियल प्रतिरोध और एक स्वास्थ्य ढांचे पर ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य आपात स्थितियों की रोकथाम, गुणवत्तापूर्ण और किफायती चिकित्सा उपायों (टीके, चिकित्सीय और नैदानिक) तक पहुंच और उपलब्धता पर ध्यान देने के साथ फार्मा क्षेत्र के विभिन्न मसलों पर होगा। इसमें भाग लेने के लिए WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस भी आ चुके हैं।
मेडटेक एक्सपो का भी आयोजन
कार्यक्रम के मुताबिक 17 को जी 20 प्रतिनिधियों की बैठक और 18-19 को जी 20 स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक के अलावा चार अतिरिक्त कार्यक्रम होंगे। इनमें वन अर्थ वन हेल्थ एडवांटेज हेल्थ केयर-इंडिया 2023; WHO पारंपरिक चिकित्सा वैश्विक शिखर सम्मेलन; इंडिया मेडटेक एक्सपो और दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में टीबी को समाप्त करने के लिए स्थायी, तेज और नवाचार सम्मेलन शामिल हैं। 19 अगस्त को वित्त-स्वास्थ्य मंत्रियों की संयुक्त बैठक भी होगी। मंत्रालय के अपर सचिव लव अग्रवाल ने मीडिया को यह जानकारी दी।
भारत की अगुवाई को दर्शाने का एक अनूठा अवसर
आयुष सचिव राजेश कोटेचा ने कहा कि जी 20 पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में भारत की अगुवाई को दर्शाने का एक अनूठा अवसर है। पिछले 9 वर्षों में भारत ने पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में 8 गुना वृद्धि की है। वर्ष के अंत तक देश भर में 12,500 से अधिक आयुष आधारित स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र कार्य करने लगेंगे, जिनमें से 8,500 पहले से ही मौजूद हैं।
जामनगर का सेंटर दुनिया का पहला केंद्र
केंद्रीय आयुष सचिव ने इस बात पर प्रकाश डाला कि WHO द्वारा जामनगर स्थापित पारंपरिक दवाओं का वैश्विक केंद्र, किसी विकासशील देश में इस तरह का पहला केंद्र है। मेजबानी आयुष मंत्रालय के जिम्मे है। यह गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने और वैश्विक स्वास्थ्य एवं स्थायी विकास के क्षेत्र में रचनात्मक बदलाव लाने के लिए पारंपरिक, पूरक और एकीकृत चिकित्सा की भूमिका का पता लगाएगा।
मेडिकल वैल्यू ट्रैवल पर भी कार्यक्रम
मेडिकल वैल्यू ट्रैवल पर आयोजित कार्यक्रम एडवांटेज हेल्थ केयर इंडिया जी 20 सह-ब्रांडेड कार्यक्रम है। यह दुनिया भर में मेडिकल वैल्यू ट्रैवल के लिए सरकार द्वारा वित्त पोषित सबसे बड़ा आयोजन है। इंडिया मेडटेक एक्सपो की मेजबानी रसायन और उर्वरक मंत्रालय के फार्मास्यूटिकल्स विभाग द्वारा की जाएगी ताकि भारत को मेडटेक का वैश्विक केंद्र बनाने और भविष्य के बारे में विचार-मंथन करने की दिशा में चिकित्सा उपकरण क्षेत्र की पर्याप्त क्षमता का दोहन किया जा सके।
आयुष क्षेत्र में कैंसर-टीबी पर अनुसंधान
वैद्य कोटेचा ने कहा कि पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों पर कई प्लेटफॉर्मों पर कई दिशाओं में काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यधारा की स्वास्थ्य देखभाल के साथ-साथ आज आयुष के क्षेत्र में कैंसर, टीबी, संक्रामक रोगों और महिलाओं एवं बच्चों की बीमारियों से वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ निपटने के लिए साक्ष्य आधारित अनुसंधान किया जा रहा है।