नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। आजादी के बाद हेल्थ सेक्टर में यह पहला मौका है जब एक दिन में पांच एम्स राष्ट्र को समर्पित किया गया। ये हैं गुजरात के राजकोट, पजांब के बठिंडा, उत्तर प्रदेश के रायबरेली, पश्चिम बंगाल के कल्याणी और आंध्र प्रदेश के मंगलागिरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजकोट से वर्चुअली यह काम किया। इसके साथ ही 23 राज्यों में 11,700 करोड़ से अधिक की विभिन्न स्वास्थ्य परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
बिहार को मिला एक मेडिकल काॅलेज
मालूम हो कि सरकार ने एम्स के बुनियादी ढांचे के लिए लगभग 10 हजार 200 करोड़ का भारी बजटीय आवंटन किया हुआ है। इन पांच एम्स का बजट 6315. 23 करोड़ है। इसके अतिरिक्त दो नये मेडिकल कॉलेज पूर्णिया (बिहार) और नंदुरबार (महाराष्ट्र), दो नर्सिंग कॉलेज दुमका, कोडरमा (झारखंड) और 6 अनुसंधान प्रयोगशालाओं की यूनिट का भी प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया। हाल ही रेवाड़ी और जम्मू में एम्स का भी उद्घाटन हुआ था।
बेहतर स्वास्थ्य सेवा का लक्ष्य
उन्होंने आयुष मंत्रालय के सेंट्रल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ योग और नेचुरोपैथी (CRYIN), झज्जर और निसर्ग ग्राम, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ नेचुरोपैथी, पुणे का भी उद्घाटन किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता को बीमारियों से बचाव और लड़ाई की क्षमता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया, जिसमें पोषण, योग, और स्वच्छता शामिल हैं। सरकार ने पारंपरिक भारतीय चिकित्सा और आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार का निरंतर प्रयास है कि हर व्यक्ति, गरीब हो या मध्यमवर्गीय, को बेहतर स्वास्थ्य सेवा और बचत मिले।