नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। भारत विश्व की फार्मेसी बन गया है लेकिन अब समय आ गया है कि भारत विश्व की फैक्ट्री बने। यह बात स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने यहां भारत में वैश्विक रसायन और पेट्रोकेमिकल्स विनिर्माण केंद्र (GCPMH 2023) पर शिखर सम्मेलन के तीसरे संस्करण में कही। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) द्वारा आयोजित थीं।
हमारी सोच समग्रता में
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एक जीवंत उद्योग किसी भी राष्ट्र की अर्थव्यवस्था और आत्मनिर्भरता के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि एक सरकार के रूप में हम केवल सांकेतिक रूप से नहीं, बल्कि समग्रता में सोचते हैं। बड़े पैमाने पर उद्योग के लिए हम अधिकतम शासन और न्यूनतम सरकार सुनिश्चित करने के लिए एक समग्र इकोसिस्टम का निर्माण करना चाहते है। डॉ. मांडविया ने इस क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव और प्रगति के लिए नवीन व टिकाऊ समाधान लाने हेतु सुझाव भी आमंत्रित किए।