नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों से बच्चों को जीवन रक्षक टीके और किशोरियों को गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर से बचाने के लिए HPV वैक्सीन की लगाने की अपील की है। संगठन की दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्रीय निदेशक साइमा वाजेद ने टीकाकरण तकनीकी सलाहकार समूह (SEAR-ITAG) की बैठक में कही।
नमक बौर चीनी में भी माइक्रोप्लास्टिक
एक रिसर्च ने भारतीय नमक और चीनी के ब्रांड्स में माइक्रोप्लास्टिक होने का दावा किया है। पर्यावरण अनुसंधान संगठन टॉक्सिक्स लिंक ने यह रिपोर्ट जारी की है। इसमें 10 प्रकार के नमक और 5 प्रकार की चीनी का परीक्षण करने का दावा किया गया है। नमक की कैटेगरी में सेंधा नमक, समुद्री नमक, टेबल नमक और कच्चे नमक के नमूनों पर शोध किया गया। सभी में फाइबर, छर्रों, टुकड़ों के रूप में माइक्रोप्लास्टिक की मौजूदगी मिली। जहां तक मात्रा की बात है, आयोडीन युक्त नमक में यह सबसे अधिक और सेंधा नमक में सबसे कम मिला है।
घर से ब्लड सैंपल के नतीजों पर सवाल
आजकल लैब वाले घर जाकर ब्लड टेस्ट की सुविधा देने लगे हैं लेकिन कई बार गलत प्रक्रिया मरीजों को संकट में डाल सकती है। ब्लड सैंपल कलेक्शन को लेकर संपन्न एक रिसर्च में कहा गया है कि सैंपल को सही तापमान पर रखा जाए यानी 2 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच। ज्यादा तापमान से ब्लड सैंपल में कुछ बायोकैमिकल बदलाव हो सकते हैं। इससे टेस्ट के नतीजे गलत आ सकते हैं।