कुणाल मिश्रा
नयी दिल्ली। मेनिनजाइटिस एक ऐसी समस्या है, जिसमें आपके दिमाग और रीढ़ की हड्डी की झिल्ली में सूजन आ जाती है। इसके पीछे का मुख्य कारण संक्रमण होता है। इस बीमारी के मामले दुनियाभर में देखे जाते हैं। इससे पीड़ित होने पर हर साल सैकड़ों लोगों की मौत तक होती है। हाल ही में नाइजीरिया ने इस बीमारी से लड़ने के लिए एक वैक्सीन तैयार की है। इस वैक्सीन के आने से मेनिनजाइटिस के मामलों की संख्या कम होने की उम्मीद की जा रही है।
साउथ अफ्रीका झेल चुका है इसका कहर
WHO के मुताबिक नाइजीरिया ने मेनिनजाइटिस नामक बीमारी से लड़ने के लिए नया मेन5सीवी (Main5cv) वैक्सीन तैयार की है। नाइजीरिया मेनिनजाइटिस के खिलाफ लड़ने के लिए वैक्सीन बनाने वाला पहला देश बन चुका है। WHO की मानें तो पिछले साल इस बीमारी ने साउथ अफ्रीका के कई हिस्सों में तेजी से अपने पैर पसारे थे। रिपोर्ट के मुताबिक वहां के 7 राज्यों में मेनिनजाइटिस के कारण 153 मौतें दर्ज की गई थीं।
सुनने की क्षमता को करेगा प्रभावित
मेनिनजाइटिस को दिमागी बुखार भी कहा जाता है। दरअसल, दिमाग और रीढ़ की हड्डी के बीच तीन झिल्लियां पाई जाती हैं, जिसके आसपास लिक्विड जमा होता है, जिसमें कई बार इंफेक्शन हो जाता है। इस स्थिति को मेनिनजाइटिस कहा जाता है। इस स्थिति में आपको बुखार आने के साथ ही गर्दन में अकड़न, सिर दर्द और ठंड लगना आदि जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं। ऐसे में सुनने की क्षमता प्रभावित होने के साथ ही कुछ सीखने में भी कठिनाई हो सकती है।