नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। क्या आप यकीन करेंगे कि मुंबई में दिल के दौरे से होने वाली मौतों में छह गुना वृद्धि हुई है? लेकिन आपको करना होगा क्योंकि यह अटकलबाजी नहीं बल्कि बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) की ओर से जारी आंकड़ा है। सूचना का अधिकार (RTI) के तहत यह जानकारी सामने आ सकी है।
RTI से मिली जानकारी
सूचना का अधिकार (RTI) के तहत एक सवाल के जवाब में यह सच सामने आया। मिले आंकड़ों के अनुसार 2021 के पहले छह महीनों में रोजाना दिल का दौरा पड़ने से 98 लोगों की जान चली गई। जबकि साल 2020 में हर दिन 15 लोगों ने दिल का दौरा पड़ने से दम तोड़ा। जनवरी से जून 2021 के बीच मुंबई में हर महीने दिल का दौरा पड़ने से 3,000 से अधिक लोगों की मौत हुई जबकि 2020 में 500।
एक नजर BMC डेटा पर
BMC के आंकड़ों के मुताबिक 2019 में मुंबई में 5,849 मरीजों ने दिल का दौरा पड़ने से दम तोड़ दिय जबकि 2020 में 5,633 रोगियों की जान चली गई। हालांकि जनवरी से जून 2021 की अवधि के बीच, राज्य में 17,880 लोगों की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हुई। RTI कार्यकर्ता चेतन कोठारी के अनुरोध पर मिले उत्तर के अनुसार पिछले साल 217 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई थी। हालांकि कोविड मृत्यु समीक्षा समिति के प्रमुख डॉ अविनाश सुपे ने कहा कि निष्कर्ष निकालने से पहले डेटा का अभी भी विश्लेषण करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि देरी से निदान भी इसके पीछे एक कारण है। उनका कहना है कि हमें यह जांचना होगा कि मरने वाले मरीज मृत्यु के समय कोविड से संक्रमित थे या नहीं। हमें ऐसे अन्य संभावित कारकों की भी आवश्यकता है।