नयी दिल्ली (स्वस्थ भारत मीडिया)। कुछ महीने पहले खबर आयी थी कि महिलाओं के लिए जानलेवा सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए वैक्सीन बनाई जा रही है। ताजा खबर है कि सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन इस महीने से बाजार में आ रही है। इसका नाम है CERVAVAC जिसके दो डोज होंगे। इसकी कीमत 2 हजार रुपए है। ये सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ पहली स्वदेशी ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV) वैक्सीन है। इसे सीरम इंस्टीट्यूट, डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी (DBT), बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंस काउंसिल (BIRAC) और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने मिलकर बनाया है।
बच्चियों को दी जाएगी वैक्सीन
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से छात्राओं के बीच सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम और वैक्सीन के महत्व के बारे में जानकारी फैलाने को कहा है। इस अभियान की शुरुआत खासकर 9 से 14 साल की लड़कियों के लिए स्कूलों में की जाएगी। इसके अलावा कैंसर की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार जल्द ही स्कूल लेवल पर वैक्सीनेशन प्रोग्राम चलायेगी। भारत में सर्वाइकल कैंसर के लिए 2008 से Gardasil और CERAVARIX नाम की दो विदेशी वैक्सीन मौजूद हैं। इनकी एक डोज 3 हजार रुपए से शुरू होकर 10 हजार रुपए तक आती है। 9 से 14 साल की किशोरियों को 6 महीने के अंतराल में दो डोज लगती हैं जबकि 15 से 45 साल उम्र की महिलाओं को तीन डोज लगती है।
भारत में हर साल 75 हजार मौतें
यह रोग दुनियाभर में महिलाओं के लिए दूसरी सबसे घातक बीमारी है। यह कैंसर योनि से शुरू होकर मूत्राशय, मलाशय से लेकर फेफड़ों तक में बहुत तेजी से फैलता है। यह बीमारी पैपिलोमा वायरस (HPV) के संक्रमण की वजह से होती है। आंकड़ों के मुताबिक हर साल लगभग 1.25 लाख महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर पाया जाता है और इससे भारत में 75 हजार से ज्यादा मरीजों की मौत हो जाती है। यह कैंसर सबसे ज्यादा 35 से 44 साल की उम्र की महिलाओं में पाया जाता है।